विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर हरियाणा कला परिषद के सहयोग से फोर्थ वाॅल प्रोडक्शंस की तरफ से आयोजित हो रहे छठे फरीदाबाद थियेटर फेस्टिवल में सरजूपार की मोनालिसा नाटक का मंचन हुआ।
द कैसल ऑफ़ आर्ट थियेटर में आयोजित सरजूपार की मोनालिसा नाटक समाज में जाति प्रथा के कड़वे सच को सामने रखता है। समाज में निचली मानी जाने वाली जाति में पैदा हुई एक लड़की की पीड़ा को उजागर करती है और उसके माध्यम से समाज के तथाकथित सवर्ण वर्ग द्वारा सरकारी अमले के दुरूपयोग को भी सामने रखता है। एक लड़के द्वारा निचली जाति की लड़की के साथ किए गए कुकृत्य को सही साबित करने के लिए पुलिस प्रशासन का सहारा लिया जाता है और इसे सही साबित करने के लिए एक युवक पर चोरी का झूठा आरोप लगाकर मारा-पीटा जाता है। इतने से भी संतुष्टि नहीं मिलने पर ग़रीबों की झोपड़ियों में आग लगाकर उनके घर तक जला दिये जाते हैं।
अदम गोंडवी द्वारा लिखी गई लंबी कहानी, मैं चमारों की गली तक ले चलूंगा आपको पर आधारित इस नाटक में एकल पात्र के रूप में अंकुश शर्मा ने कविता के साथ न्याय करते हुए उसे प्रस्तुति के माध्यम से चरितार्थ किया। इस फेस्टिवल का समापन हरियाणवी सॉन्ग हीर रांझा की प्रस्तुति से होगा।