
यह नाटक कृष्ण बलदेव वैद की कहानी पर आधारित है, जिसमें एक पुरुष और एक स्त्री के रिश्तों को दर्शाया गया है। दोनों ही विवाहित है, दोनों का अपना परिवार है। दोनों परिवार कहीं घूमने के लिए जाते हैं और घर वापस आने से एक रात पहले महिला और पुरुष की अचानक मुलाकात होती है, जिससे यह कहानी नया मोड़ ले लेती है।
विवाहित स्त्री और पुरुष की भावनाओं और उनके संबंधों को इस नाटक के माध्यम से उजागर किया गया है, जिसमें एक स्त्री तो प्रेम के वशीभूत होकर अपना घर छोड़ने तक को तैयार हो जाती है लेकिन एक पुरुष प्रेम के बावजूद भी अपनी जिम्मेदारियां में बंधा होने के कारण अपना घर नहीं छोड़ पाता। एक रात की इस कहानी में दोनों के माध्यम से मानवीय संवेदनाओं को बखूबी उजागर किया गया है। नाटक सोचने पर मजबूर करता है कि वास्तविक प्रेम क्या है।
इस नाटक का निर्देशन ईश्वर शून्य ने किया है और मंच पर भारत दुबे और पायल सरकार मुख्य भूमिका निभाते हैं नाटक में प्रकाश व्यवस्था साहिल और संगीत व्यवस्था अभिषेक ने की।
