फरीदाबाद । हरियाणा कला परिषद के सहयोग से फोर्थ वाले प्रोडक्शंस की तरफ से आयोजित किए जा रहे छठे फरीदाबाद थिएटर फेस्टिवल के तीसरे दिन हास्य नाटक नीम हकीम का मंचन हुआ। इस नाटक में कलाकारों ने अंधविश्वास और मानवीय मूर्खताओं को उजागर करते हुए लोगों को संदेश भी दिया।
मोलियर लिखित नाटक द मॉक डॉक्टर के हिन्दी रूपांतरण नाटक नीम हकीम का निर्देशन दीपक पुष्पदीप ने किया। यह मोलियर का ऐसा नाटक है जो व्यंग्य और प्रहसन के ज़रिए समाज में डॉक्टरों के प्रति अंधविश्वास, चालाकी और मानवीय मूर्खताओं को उजागर करता है। इसके साथ ही दुनिया पर तंज कसते हुए यह संदेश भी देता है कि नीम हकीम खतराए जान। इसके साथ ही यह भी संदेश देता है कि दुनिया आज के दिखावे भरे ज़माने में बिना सोचे-समझे विशेषज्ञों पर भरोसा करना, झूठे दिखावे पर विश्वास करना और अपनी परेशानियों को खुद न सुलझा कर दूसरों पर निर्भर रहना आम बात हो गई है। नाटक की प्रस्तुति में कोशिश की गई है कि नाटक को हास्य-व्यंग्य के साथ ही चरित्रों की भाषा शैली और अभिनय को हाई इमोशन्स के साथ दिखाया जाए। नाटक के निर्देशन में कलाकारों को पूरी छूट दी गई कि वह अपनी अभिनय शैली को खुद निर्धारित करें। नाटक के सभी पात्र और उनके साथ घटते हालात नाटक को और भी मनोरंजक बना देते हैं। इस नाटक को निर्देशित करते समय कोशिश की गई है कि नाटक दर्शकों को हंसाते हुए बांधे रखे और सोचने पर भी मजबूर करे। अभिनेताओं के सशक्त अभिनय ने अंत तक दर्शकों को बांधे रखा और खूब ठहाके भी लगवाए।
नाटक में मंच पर अभिषेक राठौड़, भूमिका रावत, यश, हेमन्त कौशिक, निशान्त कदम, प्रिया, छवि, और अमन खान ने मुख्य भूमिका निभाई। इस उत्सव में रविवार को अंकुश शर्मा द्वारा निर्देशित सरजूपार की मोनालिसा नाटक का मंचन किया जाएगा।