*फिल्मकार आदित्य वर्मा ‘जलज’ ने संघर्षों के बीच लिखी सफलता की कहानी*
● संघर्ष से भरी लंबी यात्रा तय की है,बॉलीवुड फ़िल्म डायरेक्टर आदित्य वर्मा जलज जी ने।
● लॉकडॉउन में प्रोजेक्ट में लॉस के चलते,जलज जी को अपनी कार तक बेचनी पड़ी।
बॉलीवुड फ़िल्म निर्माता,निर्देशक व लेखक आदित्य वर्मा ‘जलज’ जी ने बेहद संघर्ष व कड़ी मेहनत के साथ,आज बॉलीवुड के बड़े प्रोजेक्ट कर रहे हैं। आई.ए.एस.छोड़कर आये,मुज़फ्फर अली के सानिध्य में बॉलीवुड की प्रेरणा मिली। इलाहाबाद आकाशवाणी से स्टार्टिंग हुए,डी.डी.1 लखनऊ से जुड़े,बाद में बॉलीवुड के कई बड़े प्रोड्क्शन हाउस से जुड़े रहे,साथ में अपने भी कई प्रोजेक्ट किये, जिनका डी.डी.1 पर प्रसारण भी हुआ-“देयर ड्रीम लैंड,रिटर्न टू नेचर, एक संत की ज़मीन, बहू-बेटी” आदि का निर्माण किया। कई प्रोजेक्ट तो बनने के बावजूद नहीं आ पाए। हिन्दी फीचर फिल्म “पूजा के फूल” पूरी फिल्म शूट हो जाने के बावजूद,आपसी विवाद की वजह से रिलीज नहीं हो सकी।
दो बार लॉकडॉउन हुआ,जो प्रोजेक्ट स्टार्ट हुए थे,वो सब बंद हो गए,बहुत लॉस हुआ, काफी कर्ज में आकर, जलज जी को अपनी कार तक बेचनी पड़ी।
आज तीन बड़े प्रोजेक्ट जलज जी कर रहे हैं।
“कुदरत एक प्रेमकथा” की शूटिंग स्टार्ट कर दी गयी है,ये कोरोना व लॉकडाउन पर आधारित है,इसी के साथ “मैं भारत हूँ” का भी शूट किया जाएगा। जलज जी का कहना है कि अगर ‘कोरोना’ अब बीच में न आया तो जनवरी- 2022 में बॉक्स ऑफिस से इन दोनों की,रिलीज की पूरी तैयारी है।इसके बाद जलज जी अपना महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट “2050 -ए वॉर फ़ॉर वाटर” पर काम शुरू करेंगे। हमारी शुभकामनाएं जलज जी के साथ हैं।