बाल दिवस के उपलक्ष्य में हरियाणा कला परिषद के सहयोग से आयोजित हुए नाटक नन्हा नकलची ने सबका मन मोहा। फोर्थ वॉल प्रोडक्शंस की प्रस्तुति नन्हा नकलची नाटक एन0 आई0 टी0 1, तिकोना पार्क में स्थित गृहविहीन लड़को के छात्रावास में हुई, जहां पर रहने वाले बच्चों ने इस नाटक का खूब आनन्द लिया। वूमेन्स पॉवर एन0 जी0 ओ0 ने भी इस नाटक के आयोजन में भूमिका निभाते हुए बाल दिवस मनाया।
नन्हा नकलची नाटक में एक बच्चा सभी लोगों की नकल करके उन्हें परेशान करता है। उसे नकल करके लोगों को तंग करने और उन्हें रोता हुआ देखने में बहुत मज़ा आता है। इसलिए उसके सामने जो भी आता है, वह उसकी बातें दोहराने लगता है। इससे सामने वाला बहुत जल्दी ही परेशान होकर वहां से चला जाता है। ऐसे में एक आदमी उन्हें बताता है कि उसके बाबा के बाबा के ज़माने में भी ऐसा ही एक नकलची होता था, जिसे उन्होंने सबक सिखाया था। सभी बच्चे उसे बाबा जी से मिलने जाते हैं और वह उससे पीछा छुड़ाने का तरीका बताते हैं। इस तरीके के अनुसार वह सब मिल कर नकलची की नकल करने लगते हैं, जिससे नकलची बहुत जल्दी ही परेशान हो जाता है। अंत में वह सबसे माफ़ी मांगते हुए कहता है कि आगे से किसी की नकल नहीं करेगा।
इस नाटक में संगीत के साथ ही अलग-अलग वाद्यों की मुख्य भूमिका रही है। इस नाटक का निर्देषन डॉ0 अंकुश शर्मा ने किया। वहीं संगीत सुरेश कुमार सन्नी और डिज़ाइन दीपक पुष्पदीप ने किया। इस नाटक की अन्य प्रस्तुतियां भी जल्द ही शहर में अलग-अलग जगहों पर आयोजित की जाएंगी। इसके साथ ही फोर्थ वॉल प्रोडक्शंस बहुत जल्द ही इस छात्रावास में रहने वाले बच्चों के साथ भी एक नाट्य कार्यशाला का आयोजन करेगी।